१. शुक्ल पक्ष में किसी भी दिन अपनी फैक्ट्री या दुकान के दरवाजे के दोनों तरफ बाहर की ओर थोडा सा गेहूं का आटा रख दें !
बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ
पेड़, पौधे, वनस्पतियों से जुड़े सरल, अचूक, असली, शक्तिशाली, चमत्कारी टोटके
आर्थिक संपन्नता के लिए लिविंग रूम में लगाएं क्रिस्टल बॉल – वास्तु शास्त्र टिप्स – arthik sampannata ke liye front room mein lagaen kristal bol – vastu shastra strategies
पीपल के पेड़ पर रोज जल चढ़ाने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है और आपकी किस्मत के ग्रह दशा जो विपरीत हैं वह अनुकूल होते जाते हैं।
यदि आप किसी भी देवी देवता की सच्चे मन से पूजा करते हैं तो निश्चित है कि देवी देवता आपकी हर मनोकामना पूर्ण कर देते हैं। यदि आप मंदिर में जाकर किसी भी देवी देवता फूल चढ़ाते हैं तुम यह ध्यान देना जरूरी है कि जब आप फूल चढ़ाने जा रहे हैं तो स्नान करके ताजे फूल ही चलाएं जिससे आपके जीवन में हर परेशानी दूर हो जाएगी और आपकी किस्मत चमकेगी।
कुंडली में भाग्य- कुंडली में नवम भाग को ज्योतिष में भाग्य और लाल किताब में धर्मी भाव माना जाता है। नवम भाव का स्वामी गुरु होता है जिसे नवमेश या भाग्येश कहते हैं। मतलब यह कि आपकी कुंडली में नवम भाव और नवमेश शुभ नहीं है, तो उन पर शुभ ग्रहों का प्रभाव नहीं है या सोए हुए हैं तो आपको जीवनभर संघर्ष ही करते रहना होगा।
आर्थिक समृद्धि के लिए कुछ वास्तु उपायों का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण है। वास्तु उपायों का ध्यान रखकर न केवल आप अपनी प्रसन्नाता का स्तर बढ़ा सकते हैं बल्कि समृद्धि की राह भी पा सकते हैं।
हालांकि लाल किताब के अनुसार संपूर्ण जन्म पत्रिका का विश्लेषण करने के बाद ही उपाय बताए जाते हैं इसीलिए यहां भाग्य को जगाने के लिए सामान्य उपाय ही बताए जा रहे हैं। लाल किताब का विशेषज्ञ सोए हुए ग्रहों की दृष्टि देखकर उन्हें जगाने के उपचार बताते हैं। कौन से भाव को किस ग्रह के द्वारा जगाया जाता है, इसे जानने से पहले यह जानना जरूरी होता है कि उसे देखे जाने वाले भाव के अंदर कौन सा ग्रह स्थापित है। हो सकता है कि किसी ग्रह को जगाने पर अनर्थ भी हो जाए इसलिए हमेशा भाव को सही रूप से समझकर ही जगाना चाहिए।
वायव्यमुखी भवन का वास्तु
बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...
किये कराये टोटको का निवारण हेतु उपाय
पांच ग्राम डली वाला सुरमा लें ! उसे किसी वीरान जगह पर गाड दें ! ख्याल रहे कि जिस औजार से आपने जमीन खोदी है उस औजार को वापिस न लायें !
अर्थात पानी टप–टप टपकता न हो ! और आग पर रखा दूध या चाय उबलनी नहीं चाहिये ! वरना आमदनी से ज्यादा here खर्च होने की सम्भावना रह्ती है !